Heart Attack Symptoms: हार्ट अटैक एक गंभीर और जानलेवा समस्या है। जबकि फ्लू इंफेक्शन बहुत ही आम है। यह मौसम बदलने पर किसी को भी हो सकता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि हार्ट अटैक के लक्षण भी कुछ ऐसे ही होते हैं। ये फ्लू से मिलते-जुलते ही होते हैं। यही कारण है कि कई बार हार्ट अटैक के लक्षणों को लोग फ्लू के लक्षण समझ लेते हैं। और नजरअंदाज कर देते हैं। हार्ट अटैक दिल से जुड़ी बीमारी है जो पूरी तरह से ब्लड ना मिलने की वजह से होती है। फ्लू में जी मिचलाना और अन्य गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं होती है जो कि आम है। इसके साथ ही तेज बुखार, सिरदर्द और मांसपेशियों में दर्द, खांसी, गले में खराश और थकान सहित अन्य लक्षण भी नजर आते हैं। वही दिल के दौरे में भी उल्टी, जी मचलाना जैसे लक्षण दिख सकते हैं।
थकान महसूस करना
थकान महसूस करने के बहुत से कारण हो सकते हैं लेकिन काफी ज्यादा थकान महसूस करने का मुख्य कारण हार्ट अटैक हो सकता है। हार्ट अटैक की वजह से काफी ज्यादा स्ट्रेस महसूस होता है। खासकर कि जब दिल को ब्लड पंप करने में परेशानी महसूस हो रही होती है। लेकिन फ्लू इंफेक्शन के दौरान भी थकान, सांस लेने में तकलीफ जैसी परेशानी हो सकती है। यह लक्षण दिखने पर डॉक्टर से सलाह जरुर लें।
चक्कर आना
फ्लू इंफेक्शन, हार्ट अटैक या स्ट्रोक में चक्कर आना जैसी स्थिति हो सकती है। आपको सिर में दर्द बना रह सकता है। हालांकि फ्लू का इलाज तो आप घर पर भी कर सकते हैं। यदि आपको लगता है कि यह हार्ट अटैक का लक्षण है तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। यदि आपको अंतर समझ नहीं आ रहा है तो हार्ट अटैक के अन्य लक्षण को समझ सकते हैं जिसमें सांस की तकलीफ, सीने में दर्द, बार-बार थकान होती है।
सांस लेने में तकलीफ होना
ज्यादातर फ्लू इंफेक्शन में सांस लेने में तकलीफ महसूस होती है। साथ में सीने में दर्द, चक्कर आना, सांस लेने में कठिनाई होना आदि लक्षण है जो हार्ट अटैक के समय भी देखे जाते हैं।
ठंड लगना या पसीना आना
ठंड लगना या पसीना आने जैसी समस्या हो रही है तो यह भी हार्ट अटैक का संकेत हो सकते हैं। लेकिन अगर सीने में दर्द, सांस लेने में कठिनाई और धड़कन बढ़ने के बाद ठंडा पसीना आता है तो डॉक्टर से सहायता लें क्योंकि ये ठंड लगना और ठंडा पसीना आना फ्लू के भी संकेत हो सकते हैं। वहीं हृदय रोग के खतरे को कम करने के लिए आप अपनी जीवनशैली में बदलाव करने के साथ-साथ जांच करवाते रहें। फ्लू इंफेक्शन और हार्ट अटैक के लक्षण समान दिखाई दे सकते हैं। इसलिए हमेशा सावधानी बरतें और हृदय संबंधी जांच अवश्य कराएं।