ग्वालियर, विंडसर हिल्स हाउसिंग सोसायटी में जो खूनी खेल सिरफिरे युवक और उसके दोस्त ने खेला, उसमें सत्रह वर्षीय रोहित की जान बचाने के लिए उसकी दोनों बहने ढाल बनकर खड़ी हो गईं। जैसे ही दोनों ने उस पर चाकू से वार किए तो बहनें उठी और अपनी जान की परवाह किए बिना दोनों से भिड़ गईं। ़दिोनों निहत्ती थीं, चचेरे भाई के हाथ में चाकू था, फिर भी उससे नहीं डरीं और चाकू छीनने के लिए उस पर टूट पड़ी। उसने अपनी चचेरी बहनों पर भी वार किया, लेकिन भाई को बचाने के लिए बिना डरे उससे करीब दस मिनट तक दोनों मुकाबला करती रहीं। दोनों को चाकू लगने से चोट लगी है।
मैं अपने परिवार के साथ विंडसर हिल्स में रहता हूं। मेरी बेटी पारुल डाक्टर है और उसकी पोस्टिंग गोहद में है। छोटी बेटी अंकिता एमबीए कर चुकी है, जबकि बेटा 11वीं का छात्र है। रात को सुमित और उसका दोस्त घर आए। सुमित गुरुग्राम व स्थित होटल रेडिसन में इलेक्टि्रशियन है। इन लोगों ने कहा- किसी परिचित के निधन होने पर उसके घर आए थे। रात होने के कारण रुकने के लिए घर आ गए। सुमित अक्सर आता रहता था, इसलिए कुछ अजीब नहीं लगा। मैं और मेरी पत्नी बेडरूम में सो रहे थे, दूसरे बेडरूम में बच्चे सो रहे थे। सुमित और उसका दोस्त डाइनिंग रूम में सो गए। सुबह करीब चार बजे सुमित उठा और उसने दूसरे बेडरूम में जाकर बेटे पर चाकू मारना शुरू कर दिए। अगर मेरी बेटियां इनसे नहीं भिड़तीं तो यह दोनों बेटे को मार डालते। उसके हाथ, सीने और आंख के पास चाकू लगे। बेटी डा.पारुल और अंकिता अपने भाई को बचाने के लिए आरोपितों से भिड़ गई। यह लोग चाकू से वार करने लगे तो बेटियों ने चाकू तक हाथ में पकड़ लिया, जिससे इन्हें भी चोट लगी। चीख सुनकर मैं और पत्नी गए तो रोहित मुझ पर भी हमलावर हो गया, मेरे भी हाथ में चाकू लग गया। उसके सिर पर खून सवार था। पत्नी भागकर बाहर गई, पड़ोसियों को इकठ्ठा किया। जब पड़ोसी आए तब इन दोनों को पकड़ा। चाकू छीनने के दौरान इन दोनों को भी चोट आई। अगर बेटियां नहीं बचातीं तो शायद बेटा हमारे साथ नहीं होता। पता नहीं उसने ऐसा क्यों किया, भरोसा ही नहीं हो रहा। जिस तरह से वह हमला कर रहा था, लग रहा था आज नहीं बचेंगे। पड़ोसियों की मदद से एंबुलेंस और पुलिस तक सूचना पहुंचाई। फिर अस्पताल पहुंचे। (-जैसा कि आरके वर्मा ने पुलिस को बताया)
आरोपित बोला- पत्नी और मेरा बहुत अपमान किया था, बेटे को मारकर बदला लेना चाहता था
आरोपित सुमित से अस्पताल में पूछताछ करने के लिए सिरोल थाने के सब इंस्पेक्टर राजीव बिरथरे पहुंचे। आरोपित ने उन्हें बताया- वह पाइल्स का इलाज कराने के लिए कुछ समय पहले ग्वालियर आया था। उस समय उसकी पत्नी गर्भवती भी थी। ग्वालियर में वह करीब एक माह तक रुका था। उसके चाचा और चाची का व्यवहार बहुत गलत था। उन्होंने मेरी और पत्नी की कई बार अपमान किया। जब पत्नी सोती थी तो एसी, पंखा बंद कर देते थे। कई बार खाना बाहर से मंगाकर, खाना तक नहीं देते थे। इसलिए उनके बेटे को मारकर पूरे परिवार को ऐसा सबक सिखाना चाहता था, जो जीवनभर याद रहे। फिर कुछ देर के लिए आरोपित चुप हो गया, फिर बोला- जो किया सही किया।
इधर स्टेशन मास्टर ने यह बताई वजह़जिब स्टेशन मास्टर से वजह पूछी तो वह बोले- सुमित ने उनसे रुपये मांगे थे, उन्होंने रुपये देने से इनकार कर दिया। इसके बाद कुछ नोंक झोंक हुई और सो गए। हो सकता है, इसलिए उसने हमला किया हो। इसके अलावा वह कुछ और वजह नहीं बता सके।