Bhopal News:भोपाल। संस्कृति विभाग द्वारा संचालित मध्य प्रदेश नाट्य विद्यालय (एमपीएसडी) जुलाई से नाट्य कला में दो वर्षीय पीजी डिप्लोमा कोर्स शुरू करने जा रहा है। नए सत्र 2023-2025 के लिए प्रवेश प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। जून के प्रथम सप्ताह में प्राथमिक चयन कार्यशाला के बाद अंतिम चयन कार्यशाला शुक्रवार को पूरी हो गई। अब 20 जुलाई से नया सत्र आरंभ करने की तैयारी है। वर्तमान में संस्थान में नाट्य कला में एक वर्षीय डिप्लोमा पाठ्यक्रम चलाया जा रहा है, जिसमें 26 सीटों पर देश भर से युवा कलाकार प्रवेश लेते थे लेकिन यह अवधि बहुत कम थी।
स्कूल को अभी तक किसी भी विश्वविद्यालय द्वारा मान्यता भी प्राप्त नहीं थी, इसलिए डिप्लोमा प्रमाण-पत्र प्रदान किए जाते थे। संस्कृति विभाग की पहल पर स्कूल को राजा मानसिंह तोमर कला विश्वविद्यालय, ग्वालियर से संबद्धता मिलने के बाद इस बार से दो वर्षीय पीजी डिप्लोमा इन ड्रामेटिक आर्ट कोर्स में प्रवेश दिए जाएंगे। अंतिम चयन कार्यशाला में 86 बच्चों को बुलाया गया था, जिनमें से 26 का चयन चयनकर्ताओं ने साक्षात्कार के आधार पर किया है। चयन समिति में फिल्म अभिनेत्री और फिल्म सेंसर बोर्ड की सदस्य वाणी त्रिपाठी, फिल्म अभिनेता मुकेश तिवारी, एनएसडी सिक्किम केंद्र के डायरेक्टर विपिन कुमार, हैदराबाद यूनिवर्सिटी में थियेटर डिपार्टमेंट के एचओडी माेहम्मद नौसाद और पंजाब विश्वविद्यालय के नाटक विभाग की चेयरपर्सन नवदीप कौर शामिल थीं। रवींद्र भवन में 20 से 24 जून तक चली चयन कार्यशाला में चयनकर्ताओं ने 86 प्रतिभागियों के कला पक्ष को परखकर देश भर से 26 नाम फाइनल किए हैं। नाट्य विद्यालय के निदेशक टीकम जोशी ने बताया कि सत्र 2022-2023 का एक वर्षीय पाठ्यक्रम 16 जुलाई से पूरा हो रहा है। इसके बाद 20 जुलाई से नये पाठ्यक्रम के तहत प्रशिक्षण आरंभ होगा। मध्य प्रदेश ड्रामा स्कूल को नाट्य प्रशिक्षण के लिए जगह की कमी के कारण मुल्ला रमूजी संस्कृति भवन से उस्ताद अलाउद्दीन खान संगीत एवं कला अकादमी के भवन में स्थानांतरित कर दिया गया है। पहले यह मुल्ला रमूजी संस्कृति भवन में ग्राउंड फ्लोर पर चल रहा था, जहां एक वर्षीय डिप्लोमा के हिसाब से ही जगह का अभाव था। बता दें कि वर्ष 2011 में स्थापना के रंगश्री लिटिल बैले ट्रूप भवन में स्कूल चलाया जा रहा था और 2018 में इसे मुल्लाजी रामूजी संस्कृति भवन में स्थानांतरित कर दिया गया था।