कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए जेलों में नई व्यवस्था की जा रही है। नये पुरुष और महिला बंदी को 10 दिनों के लिए क्वारंटाइन किया जायेगा। जेल प्रशासन ने मुंगेर को पुरुष और लखीसराय जेल को महिला बंदियों के लिए क्वारंटाइन सेंटर बनाने का निर्णय लिया है। भागलपुर और आसपास के जिलों में नये बंदियों के लिए यह व्यवस्था होगी। जल्द ही इसे शुरू कर दिया जायेगा। लखीसराय में महिला बंदियों के लिए क्वारंटाइन सेंटर होगा, ऐसे में वहां के पुरुष बंदी को भागलपुर स्थित कैंप जेल में शिफ्ट किया जा सकता है।
नये बंदियों को क्वारंटाइन करने की व्यवस्था जिन जिलों में स्थित जेल के लिए की गयी है, उनमें भागलपुर के अलावा, बांका, जमुई, मुंगेर, लखीसराय, बांका और शेखपुरा शामिल हैं। इन जिलों में अभियुक्तों की गिरफ्तारी के बाद अगर अभियुक्त पुरुष होंगे तो उन्हें 10 दिनों के क्वारंटाइन के लिए मुंगेर जेल भेजा जायेगा जबकि महिला अभियुक्त होंगी तो उन्हें उतने ही दिनों के लिए लखीसराय भेज दिया जायेगा।
क्वारंटाइन की अवधि पूरी करने के बाद अभियुक्तों को संबंधित जिलों की जेल में वापस भेजा जायेगा। बंदियों को जेल भेजने से पहले कराई गई कोरोना जांच में रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद भी उन्हें क्वारंटाइन करना अनिवार्य होगा।
भागलपुर स्थित दोनों सेंट्रल जेल शहीद जुब्बा सहनी केंद्रीय कारा और विशेष केंद्रीय कारा में बंदियों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए और भी कई उपाय किये जा रहे हैं। विशेष केंद्रीय कारा के अधीक्षक मनोज कुमार ने बताया कि बंदी को हल्का लक्षण होने पर उसे तुरंत बाकी बंदियों से अलग किया जा रहा है और उसकी जांच भी कराई जा रही है। उन्होंने यह भी बताया कि जेल के अंदर कोई बंदी कोविड पॉजिटिव होता है और उसी दौरान उसे रिलीज करना हो तो उसे स्वास्थ्य विभाग को सौंपा जा रहा, ताकि उसके ठीक होने के बाद ही घर भेजा जाये।
जेल आईजी मनेश कुमार मीणा ने कहा, ‘कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए नये बंदियों के को क्वारंटाइन करने की व्यवस्था शुरू की जा रही है। महिला और पुरुष बंदियों के लिए अलग-अलग जेल में क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है। जल्द ही इसे लागू कर दिया जायेगा।’